हरिशंकर व्यास ईमानदारी से सोचे, यदि मनुष्य है तो जरूर सोचे। हम क्या होते हुए है? क्या ईमानदारी, सदाचारी, सत्यवादी, विन्रम, संतोषी, विश्वासी और प्रेम व करूणा, अंहिसा के सनातनी व्यापक धर्म की नैतिक मंजिले पाते हुए है या भ्रष्ट-बेईमान, झूठे, अंहकारी, भूखे, अविश्वासी, घृणा-नफरत, हिंसा से मन-मष्तिष्क, चित्त-वृति को भरते हुए है? मेरा मानना […]
भारत में स्वास्थ्य सेवा में बदलाव- आयुष्मान भारत पीएमजेएवाई का प्रभाव और वादा
विमानों और पायलटों पर जाँच कड़ी ही नहीं औचक भी होनी चाहिए
खाद्यान्नों की महंगाई नहीं रूक रही
पार्टियां मुफ्त की रेवड़ी के नाम पर वोट लेती रहेंगी
कांग्रेस कमाल की पार्टी रोने बिसूरने में लगी
शास्त्रीय भाषाओं का विस्तार
अशोक शर्मा भारत सरकार ने पांच नयी भाषाओं को ‘शास्त्रीय’ (क्लासिकल) भाषाओं की श्रेणी में शामिल किया है। ये भाषाएं हैं- मराठी, पाली, प्राकृत, असमी एवं बांग्ला। संस्कृत, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम और उड़िया पहले से ही इस सूची में हैं। इस प्रकार अब देश में मान्यता प्राप्त शास्त्रीय भाषाओं की कुल संख्या 11 हो […]
भविष्य की राह : ईवी चार्जिंग के लिए दिशानिर्देश, 2024
समीर पंडिता भारत का लक्ष्य 2070 तक कार्बन उत्सर्जन को शून्य करना है, इसलिए इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) परिवहन क्षेत्र को कार्बन-मुक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि, ईवी को व्यापक रूप से अपनाना एक विश्वसनीय और सुलभ चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर निर्भर करता है। इसे सुविधाजनक बनाने के लिए भारत सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग […]